He considered that the whole basis of positive eugenics is far too flimsy to warrant any of the proposed measures to ' improve ' the level of intelligence in the population . हाल्डेन के अनुसार , व्यावहारिक सुजनन विज्ञान में इतनी त्रुटियां हैं कि इसके कमजोर सिद्धांतों के आधार पर जनता की बुद्धि के स्तर में वृद्धि करने का कोई प्रस्ताव नहीं करना चाहिए.अभी तक मानवी बुद्धि का आकलन करना भी हमारे लिए संभव नहीं हुआ है , उसे सुधारने की बात करना ही व्यर्थ है .